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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-33)













पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि विहान और आनंद दोनों बाते कर रहे होते है की तभी उनके दरवाजे पर नॉक होता है ..वो दोनो एक दूसरे को पकड़ कर बैठ जाते है अब आगे,
आनंद - ये ...ये इतनी रात में कौन होगा 😯...
विहान -( डरते हुए ) मु....मुझे क्या पता होगा ... चलो दरवाजे  खोलकर देखते है,
( जैसे ही विहान उठता है दरवाजा खोलने के लिए ...आनंद उसे खींचकर पीछे कर देता है और कहता है )


आनंद - दिमाग ठीक है तुम्हारा 🙄...अगर भेड़िया हुआ तो..
विहान - ( हंसते हुए😂 ) ये भाई का घर है......कोई जंगल खाना नहीं...
आनंद - पर वो खडूस रहता तो जंगल में ही है ना ...


विहान - यार अब तुम डराओ मत ..

( तभी फिर से दरवाजे पर नॉक होता है तो वो दोनो डर जाते है और बालकनी मे से एक एक पॉट लेकर ... दरवाज़ा खोलकर जैसे ही मारने जाते है....उन्हे एक आवाज आती है ,....( क्यों मार रहे हो इस भले इंसान को ....  )

आनंद -( हैरानी से पॉट पकड़े हुए ही) भाई ये देव की आवाज नहीं लग रही....??
विहान - लग तो वहीं रहा ...पर है कहां पर ....🤔
देव - नीचे देखो ...😧...
( दोनों नीचे देखते है कि देव सर पकड़कर बैठा हुआ है .....फिर वो पॉट रखकर देव को अंदर कर लेते है और बेड पर बैठकर कहते है )
आनंद - बेटा देव...क्यों शादी से पहले मुझे ऊपर भेजना चाहते हो..🙄
देव -( हंसते हुए ) अरे मैंने क्या किया .....
विहान - इतनी रात को तुम हमारे कमरे के बाहर क्या कर रहे??
देव - मुझे भी नींद नहीं आ रही...आज लाइफ में पहली बार शादी देखूंगा ना तो बहुत एक्साइटेड हूं .....
आनंद और विहान -( हैरानी से ) क्या सच में 😯....
देव - जी हां....बताया तो था हम इंडिया में कुछ महीने पहले ही आए है ....
आनंद - ठीक है ... चलो मै चलता हूं थोड़ी देर सोने ...बहुत नींद आ रही है....
( जैसे ही आनंद सोने जाता है उसी टाइम उसके फोन पर खुशी का कॉल आ जाता है तो वो कहता है )
आनंद -( मुस्कुराकर😄 ) भाईयो ..मै बात करके आता हूं ...
( आनंद बालकनी मे जाता है और वहां से दरवाजा बन्द कर देता है इधर विहान कहता है )
विहान - देखो इसे...हमसे बात करने में नींद आ रही थी 🙄....
देव - आप अपनी वाली को कॉल कर लो ... 
विहान -( बेड पर लेटकर ) वो मेरा कॉल ही तो नहीं पिक करती ....
देव - प्यार नहीं करती क्या वो आपसे ??
विहान -( बेड से उठकर ) मैंने आज तक ये बात ही नहीं पूछी 🙄....
देव -( हंसते हुए ) वाह वाह ...😁..यहां आप अकेले ही ख्याली पुलाव पका रहे हो ....( विहान से धीरे मे ) भाई जाकर अपना पुलाव बचा लो...कहीं कोई और ना लेकर निकल जाए .....

( विहान को आनंद की बात याद आ जाती है जब उसने कहा होता है कि ..मेरा जग किसी और के साथ बैठकर जग से पानी पी रही होगी)...

विहान -( हड़बड़ाकर ) ऐसा कुछ नहीं होगा ...तुम जाओ सो जाओ 🙄...
( देव ठीक है कहकर कमरे से बाहर निकल जाता है ...इधर विहान तेज तेज कमरे में घूमने लगता है तो आनंद दरवाजा खोलकर कहता है )
आनंद - भाई ... भूकंप आ जाएगा इस तरह चलोगे तो ....
विहान -( गुस्से में😡 )और अगर मेरी वाली मेरी नहीं हुई तो बाढ़ आ जाएगा  ....
आनंद - (खुद से कहता है ) - ये पागल प्रेमी कहीं मेरा ही काम तमाम ना कर दे...खिसक लो ....😕...

( आनंद फिर उसी टाइम कमरे से बाहर निकलकर सीढ़ियों से चढ़ कर टैरस पर पहुंच जाता ... लगभग एक 1 घंटे बात करता है और तभी नीचे देखता है कि कोई घूम रहा है ...वो खुशी का कॉल कट करके ध्यान से गार्डन कि तरफ देखने लगता है ...पर अंधेरा होने की वजह से चेहरा साफ नजर नहीं आता है .....वो जल्दी से ऋषभ को कॉल करके भागते हुए उसके कमरे के पास पहुंच जाता है ......इतनी तेज भागने की आवाज सुनकर विहान भी अपने कमरे से बाहर आ जाता है.....तीनों भाई एक साथ ही जल्दी से नीचे जाते है और  तभी देखते है कि किचन मे कोई है ......विहान धीरे से एक बुक  लेकर  पूछता है ,

विहान - कौ ..कौन है .??
आदि - ( पानी पीते हुए ) अरे मै हूं आदि ....
( विहान फिर जल्दी से हॉल का लाइट ऑन करता है और कहता है )
विहान - आप यहां अंधेरे में क्या कर रहे?
आदि - पानी पीने आया था ...( हैरानी से ) तुम तीनो यहां एक साथ क्या कर रहे??
आनंद - भाई बात बाद में करेगे ...,अभी चलो जल्दी बाहर ...
( चारो फिर जल्दी से बाहर आ जाते है ...विहान ..आदि को बता देता है कि हम किसी को खोज रहे ....ऋषभ कोई गड़बड़ी नहीं करना चाहता था इसलिए उसने सिक्योरटी को नहीं बुलाया ...,चारो ...चारो तरफ फैल जाते है ..पूरा गार्डन चक्कर मारने के बाद .......आनंद कहता है ,)

आनंद -( हांफते हुए ) भाई कोई नहीं मिला
विहान - तुम्हारा भ्रम होगा ... वैसे भी तुम खुशी से बात कर रहे थे.. 
आनंद - भाई मैंने सच मे वहां किसी को देखा था.....
ऋषभ -( उसके कंधे पर हाथ रखकर ) कोई बात नहीं...शादी के बाद इसपर बात करते है ....अभी अंदर चलते है ..थोड़ी देर में  उजाला ही होने वाला है....

( चारो फिर अंदर आ जाते है ....ऋषभ  जब कमरे में घुसता  है तो देखता है कि अवनी बेड पर नहीं है ....वो घबरा जाता है और पूरे रूम में ढूंढ़ेने लगता है कि पीछे से कोई उसके कंधे पर हाथ रख देता है ...वो हड़बड़ा कर पीछे मुड़ता है और देखता है कि अवनी हैरानी से उसे देख रही...

ऋषभ -( उसे कसकर अपनी बाहों में पकड़ कर ) अवनी प्लीज़ आप बिना बताए कहीं मत जाया करिए ....
अवनी -( हैरानी से ) मै ... मै वॉशरूम गई थी ...

( ऋषभ उसे छोड़कर बेड पर बैठ जाता है और अपना फोन देखने लगता है......अवनी उसकी हरकतों से और हैरान हो जाती है वो मन में सोचती है कि ( ये कभी कभी इतना अजीब बिहेव  क्यों करते है 🙄)..फिर जाकर बेड पर बैठ जाती है तभी ऋषभ उसके पास बैठकर कहता है,)
ऋषभ - आप आजकल इतना सो क्यों रही है ?
अवनी - आप आजकल इतना अजीब क्यों  बिहेव कर रहे है ??
ऋषभ - मैंने जो पूछा वो बताइए ...
अवनी - मैंने जो पूछा वो आप बताइए ......
( ऋषभ जो पहले से ही परेशान होता है उसे गुस्सा आना शुरू हो जाता है पर वो खुद को शांत करके  अवनी का हाथ पकड़ कर पूछता है)
ऋषभ - अवनी...आप कोई मेडिसिन ले रही है ??
अवनी - नहीं ...
ऋषभ - फिर आपको इतनी नींद क्यों आ रही है ....
अवनी - आप दूर हटिए ...मुझे अभी भी नींद आ रही..
ऋषभ - मै आपका दोस्त हूं ना तो मुझे बताइए ...
अवनी -( प्यार से ☺️) ऋषभ जी शादी वाला घर है ...शायद थक जाती हूं तो नींद आ जाती है .....( उबासी लेकर ) अब आप भी सो जाइए .....
( अवनी फिर कंबल ओढ़ कर सो जाती है ....पर ऋषभ की नजरे उसपर से नहीं हटती है ....वो सिक्योरिटी गार्ड को कॉल करता है और पूरे 1km के पूरे एरिया पर छानबीन करने को कहता है ....) 


*********

सुबह सब लोग नहा धोकर अपने अपने कामों में लग जाते है .... ब्रेकफास्ट करने के बाद ....अवनी अपनी ड्रेसेस पैक करने लगती है तभी ऋषभ आकर कहता है ,
ऋषभ - ये आप क्या कर रही है ?
अवनी - ड्रेसेज पैक कर रही हूं ...
ऋषभ - अरे ....आप घर छोड़ कर जा रही है क्या 😕...
अवनी - ओह हो...खुशी के घर जा रही...मेरी बेस्टी की शादी है जाना तो पड़ेगा ...
( आनंद कमरे में आकर ) 
आनंद - ये ग़लत बात है 🙄..आप कहीं नहीं जा रही...
अवनी - अपनी खुशी से बात कर लीजिए........

( आनंद फिर खुशी  से बात करता है और कहता है )
आनंद - भाभी कब जा रही है आप ....
ऋषभ - चुप ...दोनों चुप रहो ....( अवनी से ) आप कहीं नहीं जा रही अकेले ....
अवनी - हम अकेले नहीं बल्कि नील के साथ जा रही .....

( तभी निहारिका जी आ जाती है और कहती हैं )

निहारिका जी - ( कुछ सामान देते हुए ) बेटा इसे भी ले जाना ...
ऋषभ - आपको तक पता है कि अवनी जा रही है सिवाय मेरे 🙄..
निहारिका जी - ये बात तो कल ही डिसाइड हो चुकी थी .....खैर वहां श्वेता जी अकेली होंगी तो इसलिए अवनी जा रही है .....

( ऋषभ बिना कुछ कहे रूम से बाहर चला जाता हैं....अवनी उसे रोकने जाती तो निहारिका जी कहती हैं)
निहारिका जी - तुम सामान पैक कर लो ....ऋषभ ठीक है ....
( सब लोग फिर चले जाते है ..... अवनी सामान पैक करती है और 11 बजे के आस पास सारा सामान कार में रखवा कर इधर- उधर देखने लगती है  तो सपना जी पूछती है ,
सपना जी - क्या हुआ ??
अवनी - कुछ नहीं मॉम.....😊मै चलती हु....
सपना जी -( नील से ) अवनी को अच्छे से पहुंचा देना...
नील - जी आंटी जी ....
( दोनों फिर निकल जाते हैं....अवनी निकलते टाइम कार से बाहर झांकती है पर कोई नजर नहीं आता है तो विंडो बन्द करके फोन यूज करने लगती है ).....


दूसरी तरफ

आदि ,आनंद ,ऋषभ और विहान एक ही कमरे में बैठकर एक दूसरे को देख रहे होते है ...तभी विहान कहता है ,
विहान - भाईयो यू ही बैठे रहने से कुछ नहीं होगा ....
आनंद -  वहीं तो ...तबसे बोल रहा हूं कि चलो रेडी हो जाते हैं...कपड़े हमे खुद ही पहनना है ...
विहान -( घूरते हुए ) हम यहां अवनी भाभी की बात कर रहे...
आनंद -( हड़बड़ा कर ) भाभी ठीक है ना ?
ऋषभ - मुझे पता है ये वही लोग थे जिन्होंने अवनी पर पहले अटैक किया था ...
आनंद - मतलब भाई आपको भी यही लगता है कि मै सच बोल रहा था.....
आदि - तो कुछ पता चला क्या ..कौन है वो लोग ?
विहान - ( आनंद से ) तुम्हे ही वो काम दिया गया था ना ...
आनंद - ( ऋषभ से ) भाई मैंने बहुत कोशिश कि खोजने को पर कोई सुराग नहीं मिला ..😐......
आदि - ( ऋषभ से ) वो लोग अवनी के पीछे क्यों पड़े है ...मेरी बहन की तो किसी से कोई दुश्मनी नहीं है 😟...
ऋषभ - उनका मकसद कुछ और ही ...चलो अब रेडी हो जाते है ...वरना ( आनंद को मारते हुए😂 ) इसका बैंड बजाने में टाइम लगेगा ....

( सब आनंद को एक एक मुक्का मारते हुए कमरे से बाहर निकल जाते है तो वो  कहता है)

आनंद - ( अपनी पीठ पकड़े हुए ) दुष्ट लोग 😐.....
विवेक - वेरी बेड .....वो दुष्ट नहीं है वो महा दुष्ट है 😂...
आनंद - ( विवेक को पकड़कर ) तुम ही हो मेरे दुख के साथी ... सच्चे साथी ..
विवेक - 😯 आप अपनी शादी से खुश नहीं है .....
आनंद - ( खुश होकर 😍) अरे मै जितना खुश हू ना उतना कोई नहीं हो सकता .....मै दो दो बार शादी कर रहा वाह 😎वो भी एक ही लड़की से ......
विवेक - मै भी दो दो करूंगा .....
आनंद - भाई तुम मेरे पदचिह्न पर मत चलना वरना भाभी तुम्हारी बैंड बाजा देंगी 😂😂😂....चलो अब जाओ ...

( सब लोग फिर तैयार होने लगते है .....जल्दी ही बारात निकालने का प्लान बनता है ताकि सही मुहूर्त पर सब कुछ हो जाए ....)
विवेक 


विहान 



आदि

,


देव


ऋषभ ,


सब ब्वॉयज़ बाहर आकर खड़े हो जाते है सिवाय आनंद के ......वो अंदर रूम में परेशान हो गया होता है अपना पगड़ी पहनते - पहनते....तभी सपना जी आती हु कहकर घर में चली जाती है और आनंद के रूम का दरवाजा खोलकर देखती है कि वो बेड पर बैठा हुआ है...
सपना जी - क्या हुआ ? 
आनंद - मॉम ये पगड़ी मुझसे लग ही नहीं रहा .....बार बार मेरा हैरस्टाइल बिगड़ जा रहा....
सपना जी - उफ्फ ....दुल्हन चाहीए या नहीं ....
आनंद - चाहीए मॉम....
आनंद - तो फिर जल्दी से रेडी हो जाओ ...

( सपना जी फिर उसे पगड़ी पहनाकर घर से बाहर लेकर आ जाती है ).
आनंद ,


सभी लोग उसे देखकर खुश हो जाते है तभी निहारिका जी उसकी नजर उतार कर कहती है ,

निहारिका जी - हाय 😍 आज मेरा बेटा दूल्हा लग रहा...
आनंद - ( हंसते हुए😂 ) क्यों आज तक क्या मै दुल्हन लगता था ....
निहारिका जी -( एक मुक्का मारते हुए ) हर समय मजाक बन करने का 
आनंद - मॉम कभी कभी मुझे शक होता है की आप मेरी मॉम है भी या नही ....
निहारिका जी - तुम रुको अभी तुम्हारा शक दूर कर देती हु .....
( इतना सुनकर तो आनंद भागकर कार में बैठ जाता है और डोर लॉक कर देता है .........अब सब लोग बारात के साथ निकलने की तैयारी कर लेते है ... बैंड बाजे की आवाज शुरू हो जाती ....आए हुए मेहमान नाचना शुरू हो जाते है तभी निहारिका जी कहती है ये लडकिया कहा रह गई ,
देव - ( हंसते हुए😂 ) आंटी जी उन लोगो का पुताई का काम पूरा नहीं हुआ होगा ...
सपना जी - क्या मतलब 🤔....
( संजना कहती है ) 
संजना - ( गुस्से में 😤) मतलब तो मैं तुम्हे अभी बताती हु देव के बच्चे....
( सब लोग पीछे मुड़ कर देखते है की संजना गुस्से में खड़ी है )


निहारिका जी - मेरी बेटी कितनी प्यारी लग रही ....
संजना जी - ( निहारिका जी के गले लगकर ) थैंक्यू सो मच मॉम....
निहारिका जी -( देव से ) बेटा मौका अच्छा है ...अभी तुम खिसक लो ...
देव -( हंसते हुए,😂) थैंक्स आंटी जी ...

( देव फिर चला जाता है ...थोड़ी देर बाद रिया और परी भी आ जाती है )
रिया ,


परी ,


आदि ...रिया के पास आता है और उसके माथे को चूमकर कहता है ,
आदि - आप बहुत अच्छी लग रही है ...😍
आनंद -( कार में से ही ) भाई ..अभी बहुत मौके है ...अगली शादी तुम्हारी ही है ....( तेज से ) कुछ तो शर्म कर लो ....
आदि - ( मुड़कर 😏) ... शांत बैठे रहो ...वरना घर मे लॉक कर दूंगा ......
आनंद - ( विंडो क्लोज करके) भलाई का तो जमाना ही नही रहा 😏...
विहान -( कार में बैठकर😂😂 ) तुम चुप रहोगे तो सब भला होगा ....
आनंद - ठीक है फिर आज मैं साइलेंट मोड बन जाता हु ...
विहान - शूकर है ......

( ऋषभ ने पहले ही सभी नौकरों और लिली को खुशी के घर भेज दिया होता है ...हेल्प करने के लिए ....अब सब लोग कार में बैठ कर निकल जाते है ....आनंद बिल्कुल शांत रहता है ....और सब इस बात से हैरान होते है की इसे क्या हो गया)



दूसरी तरफ ,

लड़की वालो के यहां सब भागम - भाग में लगे होते है ...सारी चीजे प्रिपेयर हो चुकी होती है फिर भी श्रवण जी इस चिंता में होते है की कही कोई कमी न निकल जाए .....ऊपर कमरे में अवनी सो रही होती है तो नैंसी कहती है ,
नैंसी - दी आप सोई क्यों है ....रेडी नहीं होना क्या ??
अवनी - हो जाऊंगी ... अभी बहुत टाइम है ...😅..
नैंसी - ( छेड़ते हुए 😉) ओह जीजू का वेट हो रहा ...कही उनके हाथ...
खुशी - मैं थारे लिए नील को बुला देती हु ....
नैंसी - चुप कर बंदरिया .....
खुशी - ( गुस्से में 😠) मुझे बंदरिया कहा ...अभी बताती हु तुझे..
( खुशी फिर नैंसी को दौड़ा लेती है ...दोनों बहने कॉरिडोर में भागते हुए नीचे जाती है और अचानक से नैंसी अपनी बुआ से टकरा जाती है....वो गिरने लगती पर सोफे की वजह से बच जाती है .....बुआ अपनी साड़ी ठीक करती है और  कहती है ,)
बुआ जी - ( गुस्से में😠 ) तुम दोनो का दिमाग तो ठीक है ?
नैंसी -( धीरे से ) अभी तक ठीक था ...अब अकड़ गया है ..
खुशी - ( नैंसी से ) चुप रहो....( बुआ से) सॉरी बुआ जी ......
( तभी श्रवण जी आ जाते है और कहते है )
श्रवण जी - क्या हुआ जीजी ...क्यों गुस्से में है?
बुआ जी - ( गुस्से में😡 ) अपनी इन दोनो बेटियो को समझाओ आंखे खोलकर चले ...
नैंसी - बुआ जी हम आंखे खोल कर ही चल रहे थे...( अपनी आंखे दिखाते हुए ) देख लीजिए ...
बुआ जी - देख लिया ...बस इसलिए कह रही थी की इसे भी साथ में ही निपटा दो ...
( नैंसी और खुशी दोनो उसे गुस्से में घूरने लगती है )
बुआ जी - अच्छा श्रवण सुनो ....मेरी नजरो में एक अच्छा लड़का है ...
नैंसी - ( गुस्से मे 😠) आप कहो तो मैं आपकी नजरे ही निकाल देती हु ....
( इतना कहकर वो गुस्से में वहां से निकल जाती है .... उसके पीछे खुशी भी ....नीचे बुआ अपने पैर पटकते हुए गुस्से में खाने की तरफ चली जाती है ......ऊपर कमरे में नैंसी ...सारा सामान इधर - उधर फेंक देती है पर अवनी उसे रोकते हुए कहती है )
अवनी - क्या हुआ ..नैंसी शांत हो जाओ .
नैंसी - ( गुस्से में ) वो चुड़ैल होती कौन है ...😕...
खुशी - शांत हो जाओ .....ठीक है देखो तुम्हारे जीजू आने वाले है ....मुझे तैयार तो कर दो ...वरना कही वो मुझे ऐसे देख कर डर गए तो ....
( नैंसी हंसते हुऐ 😅 खुशी को तैयार करने लगती है .....अवनी भी उसकी हेल्प करती हैं....थोड़ी देर बाद वो दोनो भी तैयार हो जाती है तभी नीचे से बच्चीया भागकर  ..आकर कहती है बारात आ गई 😍.......)
खुशी  - मै देख कर आती हु ..
अवनी  - चुप चाप यही बैठो ......याद है मेरी शादी में क्या किया था 😆😆....

( दोनो फिर खुशी को रूम में छोड़कर ...नीचे पहुंच जाती है)

दूसरी तरफ बारात पूरे जोश में होती है ....कोई रुक नही रहा होता हैं....सारे पापा - मम्मी से लेकर बॉयज लोग भी नाचने में लगे होते है ....आनंद घोड़ी पर बैठकर सेल्फी ले रहा होता है और ऋषभ की नजरे अवनी को खोज रही होती है की .... नील आकर कहता है ,
नील 



नील - आप दी को खोज रहे ?

ऋषभ - ( हड़बड़ा कर ) नही.... नहीं....मै बस ...

( तभी दोनों को आदि नागिन डांस करने के लिए आदि खींच लेता है ....मजबूरी में ऋषभ को भी नाचना पड़ता है और घोड़ी पर बैठा आनंद ..वीडियो बनाकर अवनी को भेज देता हैं.......अंदर रूम में अवनी जब  वीडियो देखती है तो उसकी हंसी ही कंट्रोल नही होती हैं😂😂😂.....तभी श्वेता जी उसे बुला लेती है ....सब लोग फिर द्वार पूजा के लिए पहुंच जाते है .....बारात भी नाचते हुए द्वार पर पहुंच जाती है ...ऋषभ अब जाकर अवनी को देखता है तो उसके होश ही उड़ जाते हैं...वो मन में सोचता है की ( काश आज मैं फिर से शादी कर पाता,

अवनी ,


उसके पीछे नैंसी भी आ जाती है ,


फिर श्वेता जी आनंद की आरती करती हैं और टीका लगा देती हैं...उसके बाद सभी ब्वॉयज को भी .....श्रवण जी सबका स्वागत करते है ...और अंदर लेकर आ जाते है ....अंदर आते आते ...आनंद इधर - उधर अपनी नजरे घुमा रहा होता है की उसका दोस्त अमित कहता है )
अमित - क्यों भाई .... किसे खोज रहे हों ?
आनंद - ही ही किसी को नहीं.....😅
अमित - ( अवनी की तरफ इशारा करके ) अबे ये तो वही ... रेस्टोरेंट में काम करने वाली है ना ...( हंसते हुऐ ) वाह ये यहां भी काम करने आई है ग्रेट ...
( आनंद को गुस्सा आ जाता है पर उससे पहले ही ऋषभ उसके सामने आकर खड़ा हो जाता है और कहता है )
ऋषभ - तुम्हे पता है वो कौन है ?
अमित - हां भैया ....ये वेटर हैं...😂( हंसते हुए )
ऋषभ -  अपनी जुबान संभाल कर बात करो ....वो मेरी वाइफ है ..😡...
( अमित ये सुनकर बिल्कुल चुप हो जाता है और वहां से अपने डैड के पास चला जाता है )
आनंद - भाई प्लीज़ आप गुस्सा मत होना .......

( ऋषभ बिना कुछ कहे अवनी के बगल में खड़ा हो जाता है ......इधर अब मूहर्त का समय हो चुका होता है ...आनंद मंडप में बैठ जाता है....कुछ पूजा करने के बाद पंडित जी कहते है कि कन्या को बुलाइए ......सारे बॉयज फिर ऊपर जाते है और खुशी के ऊपर  गुलाब के फूलो से बनी चादर छाए हुए .. जैसे ही सीढ़ी से उतरते हैं सब उसे देखकर 


,
हूटिंग करने लगते हैं...जिसकी वजह से आनंद तो उसे देख शर्माते हुए  पूरा लाल हो जाता है तो संजना कहती है ,
संजना - भाई ...भाभी ने भले ही तुझे हैंडसम कहा हो ...पर तुम चिरकुट के चिरकूट ही रहोगे .....
( तभी पीछे से सपना जी संजना के कान पकड़कर कहती है )
सपना जी - तुम कब सुधोरेगी...
संजना - कभी नहीं....😏...ये चिरकुट है .... चिरकुट था ......चिरकुट रहेगा ......
सपना जी - देव सही कहता हैं...
संजना - क्या ...क्या सही कहता हैं .....
( सपना जी बिना कुछ कहे वहां से चली जाती ह ....संजना 
.देव को गुस्से में घूरने लगती है ......खुशी फिर अपना लहंगा संभालते हुए जाने लगती है ....उधर से आनंद खड़ा होकर जैसे ही हाथ बढ़ाता है ....नैंसी सामने आकर खड़ी हो जाती है और कहती है ,
नैंसी - जीजू ...ऐसे नहीं मिलेगी मेरी दीदी....चलो पहले नेग निकालो..
खुशी -( पीछे से ही ) ये कौन सी रसम हैं.....🤔
नैंसी - ( खुशी से ) अभी जस्ट मैने पैदा किया हैं.....
( सब लोग हंसने लगते है😂)

नैंसी - जीजू निकालो 10 हजार ...वरना दीदी को मै लेकर चली ...
आनंद - अरे ये कोई रसम नही है ....😐
नैंसी - ठीक है फिर जैसी आपकी इच्छा .....
( नैंसी ....खुशी को खींचते हुए जाने लगती है तो ...आनंद मुंह लटकाए हुए ...,उसके हाथ में 20 हजार रख देता हैं कहता है )
आनंद - अभी अपनी दुल्हन ले जा रहा हु ....थोड़ी देर में इसमें से 10 हजार भी ...
नैंसी - ( हंसते हुए ) 😂मजाक ....
आनंद -( हंसते हुए😂 ) जूते चुराई में आप लोग हारने वाले हो ...तो बस मेरे पैसे मेरे पास वापस आ जायेंगे ....
देव - ऐसा कुछ नही होने वाला .....
आनंद - ठीक है फिर ....
( खुशी - आनंद फिर मंडप में बैठ जाते है ....इधर सारे ब्वॉयज गर्ल्स अलग खड़े हो जाते है  तो आनंद कहता हैं)

आनंद - देखो ...अलग खड़े होने का  कोई फायदा नही ..क्योंकि जूते मैनें खुद  छुपा दिए है  पहले से ही ..सो जिसे मिल जायेगा ...वो मुझे बता देना 😂😂😂....सब उसे हैरानी से  देखने लगते है क्योंकि उसने तो जूते चुराई रसम का ही पोपट कर दिया होता है ...फिर भी सारे ढूंढने लगते हैं.....तभी देखते है की ट्विंकी आ रही ,


विहान - ये ...ये सच मे ट्विंकी जी हैं😍....भाई मुझे चींटी काटो ....
( देव उसके बगल में खड़ा होता है तो दोनो हाथो से उसके दोनो हाथो पी तेज से चींटी काट लेता हैं....विहान आ आ करते हुए उसे घूरने लगता है और कहता हैं)
विहान - ये क्या था .....😕
देव - आपने ही तो कहा था ...😂.....
ऋषभ - ट्विंकि कुछ देर के लिए ही आई है ...तो जो करना है ....वो सोच लो ... क्यों की शादी के बाद ही वो निकल जाएंगी....
( सब लोग फिर जूते की खोजबीन शुरू कर देते है ....कभी फूलो की टोकरी में तो कभी सीढ़ीयो पर .....नील ...बुआ जी के साड़ी के पल्लू में जो नीचे सफाई के लिए फैला होता है उसमें देखने लगता है तो वो मुड़कर कहती है ये क्या कर रहे हो ......नील कहता हैं...आपकी नजरे खोज रहा हु ....इतना कहकर वहां से चला जाता हैं.....ऋषभ ..अवनी के पीछे - पिछे ही घूमता है तो वो कहती है ,
अवनी - ये क्या कर रहे है आप ?
ऋषभ - जूता खोज रहा हु ...
अवनी - तो जूता क्या मैं लहंगे में लेकर घूम रही ...😏उफ्फ ...अच्छा आप जूता खोजिए मैं सोकर आती हु .....
ऋषभ - ( अवनी को अपने करीब खींचकर ) आज आप कही नहीं जा रही .....

( फिर वो अवनी जा हाथ पकड़कर ही जूते खोजने लगता है ...अवनी उबासियां लेते हुए कई लोगो से टकरा जाती है ......देव भी जूता खोज रहा होता है की मिस्टर अनंत से टकरा जाता है ...वो उसे देखने लगते है तो वो खिसक लेता हैं....आदि - रिया .. जूता खोजने के बजाए ...बात कर रहे होते है तो ..नीच मंडप में बैठा आनंद कहता हैं,

आनंद  - ओय गुटर गूं ...जूता तो खोज लो 😂...
खुशी - अरे चुप रहिए ...शादी हो रही हैं आपकी ....
आनंद - मेरा तो मन जूता दूसरी जगह रखने का कर रहा ...
खुशी - शांत रहिए वरना मैं उठा कर आपको फेंक दूंगी😏
आनंद - चुड़ैल ...मेरी प्यारी पत्नी 

( आनंद फिर चुप हो जाता है ....इधर विहान ट्विंकि से  शर्माते हुए बाते करता है तभी सपना जी ट्विंकी से बात करने लगती है तो..विहान तिरछी नजरों से ट्विंकी को देखने लगता है ....उसे ऐसे देख सपना जी हंसते हुए वहां से चली जाती है .....सब लोग इधर - उधर सब जगह खोज लेते है ...सोफे से लेकर मिठाई के डब्बे तक सबमें देख लेते है पर कही कुछ नहीं मिलता तभी आनंद कहता है ,

आनंद - ( पंडित से ) अरे जरा जल्दी कराई ए ..मेरा खाना खत्म हो गया तो आपको भी कुछ नही मिलेगा .....😕

( निहारिका जी उसे चुप रहने का इशारा करती हैं....सब लोग थक कर मंडप के पास खड़े हो जाते है ....उन्हे देखकर 
आनंद की हंसी कंट्रोल नही हो रही होती है पर खुशी के घूरने की वजह से वो शांत रहता हैं......फिर खुशी आनंद एक दूसरे को वरमाला पहनाने जाते है तो पीछे से ब्वॉयज आनंद को गोद में उठाकर ऊंचा कर देते हैं....खुशी मुस्कुराते 😆हुए उसे नीचे आने के लिए कहती है ….पर कोई नही सुनता तभी सारी गर्ल्स भी खुशी को उठा लेती हैं...दोनो लोग वरमाला पहनाते है और ...फिर आनंद उसकी मांग भरता हैं ...और मंगलसूत्र पहनाने के बाद दोनो हाथ पकड़कर 7 फेरे लेते हैं और फेरे लेने के बाद ...पंडित जी कहते है कि शादी सम्पन हुई और आज से आप दोनों पति - पत्नी हुए ....
आनंद - ( हंसते हुए ) पति - पत्नी तो कुछ महीने पहले ही हो गए थे 😂
खुशी - आप घर चलिए बताती हु 😕...

( आनंद खुशी को घूरते हुए पूछता है …जूता मिला क्या )
पंडित - हां मुझे मिला हैं...
आनंद - आप ....आपके पास कैसे आ गया ?
पंडित - मेरे झोले में था .....ठीक है अब मैं चलता हू ...
आनंद - नही ..मेरा जूता तो दीजिए ..
पंडित - आप पैसे दीजिए और जूता ले जाइए ....

( सब वहां खड़े हंसने लगते हैं.....देव का तो हंस हस कर बुरा हाल हो जाता है 😂वो वही बैठ जाता हैं)

आनंद - ( पैसे देकर ) अब जूता दीजिए ......
( पंडित पैसे लेकर जूता देकर चला जाता हैं....यहां आनंद मुंह लटकाए ...खड़ा होता है तो नैंसी कहती है ..)

नैंसी - जीजू ...आपने तो मेरे जूते चुराने के अरमानों पर पानी फेर दिया और पंडित ने आपके ....
आनंद - ( ऋषभ और विहान से ) ओय रोजगार वाले लोग ...मैं चला खाने ... मेरी तरफ से सबको पैसे दे देना ..
विहान - कैसे पैसे ?
आनंद - ( विहान को धीरे से ) मेरी होने वाली भाभी के सामने नाक कटवाओगे क्या ...😉
विहान - धोखेबाज इंसान ...
आनंद - जिंदाबाद 
(..विहान सबको पैसे दे देता हैं ... फिर खुशी और  आनंद सभी बड़े लोगो का पैर छूकर आशीर्वाद लेते है और उसके बाद ऋषभ और अवनी का .....फिर जाकर आदि - रिया ,विहान - टविंकी ...सबका पैर छूने के बाद कहता हैं)

आनंद - देखो सब अच्छा ....अच्छा आशीर्वाद देना ...देखना जल्द ही सबको पापा बनाऊंगा ...😁

( इस बार तो खुशी उसे तेज से मुक्का मारकर बाहर भाग जाती है गार्डन में जहा खाना लगा होता है .... ट्विकी . फूल प्लेट भरकर खाना खा रही होती है .....विहान उसे बैठकर देख रहा होता हैं...देव और नैंसी ...गोलगप्पे वाले को पकड़ गोलगप्पे खा रहे होते हैं...और इसी बीच दोनों में कंपटीशन शुरू हो जाता हैं....संजना टेबल पर बैठकर देव को घुर रही होती है की ...देव उसे देख लेता हैं..वो दुसरी तरफ देखने लगती हैं....तो देव कहता है ,

देव - मेरे खाने पर नजर लगा रही संजना ...
नैंसी - तुम दोनो का राज क्या हैं...रोज लड़ते रहते हो 😁
देव - बाद में बताऊंगा ...

( अवनी ...की पूरी आंखे ना सोने की वजह से लाल होने लगती है ...वो किसी तरह लड़खड़ाकर सीढ़ी पर चढ़ती है और जैसे ही कोरिडिर में पहुंचती है ...बेहोश होकर गिर जाती हैं.....उसे गिरते हुए परी देख लेती हैं...वो चिल्लाकर ...ऋषभ को बुलाती हैं).......


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4 Comments

Seyad faizul murad

01-Apr-2022 08:34 AM

Nice part

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Anam ansari

31-Mar-2022 01:48 PM

Nice

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Gunjan Kamal

31-Mar-2022 09:14 AM

Nice part 👌

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